Sunday 25 September 2016

प्रकृति का पांचवां फंडामेंटल फोर्स

प्रकृति के रहस्य अभी भी दुनियभर के वैज्ञानिकों को अपने सामने नतमस्तक करने के लिए काफी हैं। प्रकृति के किसी एक रहस्य से पर्दा उठता है तो इंसान द्वारा बनाई गई सैकड़ों साल पुरानी कई धारणायें और सिद्धांत एक पल में ध्वस्त हो जाते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ है इस बार प्रकृति के फंडामेंटल बलों के साथ। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, इरविन के भौतिकविदों ने पांचवें फंडामेंटल बल को खोजने का दावा किया है। 
अभी तक थे चार फंडामेंटल फोर्स
1. गुरुत्वीय बल
2. इलेक्ट्रोमैग्रेटिक
3. स्ट्रांग परमाणु
4. कमजोर परमाणु  

  यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के सैद्धांतिक भौतिकविदों ने कहा कि खोजा गया सब एटॉमिक पार्टिकल एक्स बोसान यूर्निवर्स के बारे में अब तक की प्रचलित मान्यताओं  और अवधारणाओं को  बदल देगा।
नया रिसर्च जर्नल फिजिकल रिव्यू लेटर्स में प्रकाशित हुआ। इसे हंगरी के एकेडमी ऑफ साइंसेज के प्रयोगिक परमाणु भौतिकविदों द्वारा डार्क फोटॉन के बारे में जानकारी जुटाते हुए खोजा गया। डार्क फोटॉन को डार्क मैटर के तौर पर भी जाना जाता है, जिसके बारे में बेहद कम या नहीं के बारे में जानकारी है। वैज्ञानिकों के अनुसार ब्रह्मांड के द्रव्यमान में 85 प्रतिशत हिस्सा डार्क मैटर का है।

हंगरी के रिसर्चरों ने एक रेडियोधर्मी विघटन की विसंगति का पता लगाया। उन्होंने बताया कि प्रकाश का एक कण इलेक्ट्रॉन से 30 गुना भारी होता है। फेंग ने कहा, प्रयोगकर्ता तीसरे बल को खोजने का दावा करने में अभी सक्षम नहीं हैं। उन्होंने कहा, अभी सिर्फ एक नए कण के संकेत मिले हैं। यह पदार्थ कण है या कोई बल वाहक कण, यह बात स्पष्ट नहीं है।

यूसीआई का यह काम बताता है कि यह कोई डार्क फोटान होने के बजाय फोटोग्राफिक एक्स बोसान हो सकता है। जब सामान्य इलेक्ट्रिक बल किसी इलेक्ट्रान और प्रोटान पर लगता है तो नया बोसान कण सिर्फ इलेक्ट्रान और न्यूट्रान से इंटरेक्शन करता है। जिसकी कि सीमा बेहद सीमित होती है। रिसर्च के सह लेखक टिमोथी टैट का। वे भौतिकी और खगोल विज्ञान के प्रोफेसर हैं, का कहना है, इसके पहले किसी अन्य बोसान कण को इस तरह का व्यवहार करते नहीं देखा गया।

गुरुत्वाकर्षण नियम मे आ सकता है बदलाव

पांचवें बल की बात अगर भविष्य में सही साबित हो जाती है तो, न्युटन के गुरुत्वाकर्षण नियमों को भी नए तरह से परिभाषित किया जा सकेगा। गुरुत्वाकर्षण बल काम कैसे करता है, सामान्य सापेक्षता आदि नियमों को की नई व्यख्या भी कर सकता है।

यूनिवर्सिटी ऑफ कंसास में भौतिकी और खगोल विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर क्योउंगचुल कांग के अनुूसार, यह एक आश्चर्यजनक घोषणा है। क्योंकि नए कण की जीवन अवधि और उसके द्रव्यमान से और भी कई रहस्यों से पर्दा उठ सकता है।

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